60 दिनों की सरकार जन सेवाओं से वंचित से की गई घोषणाएं जगनरेड्डी की रैली में जान डाली

60 दिनों की सरकार जन सेवाओं से वंचित से की गई घोषणाएं जगनरेड्डी की रैली में जान डाली

Jagan Reddy's Rally

Jagan Reddy's Rally

( अर्थ प्रकाश/ बोम्मा रेडड्डी)

नांद्याला : Jagan Reddy's Rally: ( आंध्र प्रदेश ) आंध्र प्रदेश राज्य में 60 दिनों की नई एनडीए सरकार जनता की नजरों से उतर चुकी है 
जितनी चुनाव में घोषणाएं किया उनको कुछ दिन पहले पूरा नहीं कर सकते कि वकालत किया मुख्यमंत्री स्वयं चंद्रबाबू नायडू ने एक आम सभा में इतना ही नहीं राशन जो घर पहुंच योजना था उसे रोकने का भी इरादा लिया और अधिकारियों को आदेश दिया किसी मोहल्ले में एक जगह राशन वितरण किया जाए या पुराने पद्धति से दुकानों में दिया जाए राशन लेने वाले अधिकतर 60 70 उम्र से ज्यादा बुजुर्ग रहते हैं और सुबह से लेकर शाम तक करो में खड़े रहते थे चावल लेने के लिए अगर उसे दिन नहीं मिला तो फिर दूसरे तीसरे दिन लेते थे ऐसी स्थिति को देखकर घर पहुंच योजना बनाई पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी ने क्योंकि कालाबाजारी चावल का दुकानों से ही होता था जब घर-घर पहुंच कर देना प्रारंभ किया तो अधिकतर 90% कालाबाजारी बंद हो गया लेकिन अब यह पूर्ण व्यवस्था करना पुणे राशन काला बाजारी को बढ़ावा देना ही होगा 

    बुजुर्ग और गरीबी रेखा के नीचे आने वाले परिवार को वृद्धावस्था महिलाओं को सीनियर सिटीजन को जो पेंशन दी जाती है देने वाले वॉलिंटियरों को हटाने की वजह से भयानक विरोधी आभास समझ में आ रही है 
 और पेंशन दाताओं को बताए गए जगह या किसी मोहल्ले या किसी गली में एक जगह पहुंचने को हिदायत दिया गया अगर उस दिन वह पेंशन लेने में बीमार या अस्वस्थ के कारण नहीं पहुंचे तो उसे पूरे महीने का पेंशन भविष्य में नहीं दिया जाएगा ऐसे आदेशों को चलते ईसी घोषणाए से हितग्राहीयो को परेशानी में डालना तथा इस तरह के आदेश से आक्रोश भरा हुआ व्यवस्था बना हुआ है 
         तथा किसानों द्वारा बारिश दौरान बोने वाले धान बीज अब तक नहीं दिए जाने के पीछे कुछ व्यापारी संस्थाओं के साथ सरकार की मिली भगत होने की ख़बर मिडिया में प्रचार बना हुआ है तथा चार किस दान के बीज लेने के लिए   कतारो में खड़े हैं धन प्राप्त करने का टोकन के लिए उसके बाद फिर ध्यान लेने के लिए भी कटारे लगाएंगे ऐसी दुर्व्यवस्था बनी है
     किसान बीज लेने के लिए इस तरह की  भाजपा, जनसेना, टीडीपी एन,डी,ए सरकार की इमेज 60 दिनों में गिर बुरी तरह गिर चुकी है 
जिसका प्रतीक रूप में उदाहरण देखने को मिला यहां राज्य में 60 दिन के बाद जगनमोहन रेड्डी वर्तमान विधानसभा के विपक्ष नेता की जिम्मेदारी निभाने के लिए हाई कोर्ट  में डाली लगानी पड़ी क्योंकि एनडीए एक वस्तु की पार्टी है और संयुक्त रूप से बैठी है संयुक्त रूप से मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी है उसे स्थिति में इनको विपक्ष नेता का दर्ज दर्ज दिया जाना संवैधानिक ढंग से मिलना चाहिए लेकिन उसके लिए भी  लड़ाई भी लड़ रहे हैं 
       और पिछले दिनों से आगजनी मारपीट कार्ड घरों में आग लगाने मारपीट करने हत्या करने जैसी हरकतों से सभी वाकिफ इसलिए हैं कि यहां की आंध्र प्रदेश की सारी घटनाओं की जंतर मंतर पर धरना देकर संयुक्त रूप से दुनिया को अवगत कराया कि आंध्र प्रदेश की कैसी हालत है उसके बाद वे हरकतों के प्रभावित लोगों से मिलने के लिए जब क्षेत्र के दौरे पर मिलेने  निकले तो विजयवाड़ा से नांद्याला पहुंचने के बीच में जितने गांव थे उसके अलावा अड़ोस पड़ोस के लोग भी सड़कों पर कैटरीना दिखीं और रोक कर अभिवादन करते रहे हर की चिंता जताते रहे इस तरह से उनकी लोकप्रियता दिखाई जो उम्मीद से दूर है 
       उनसे मिलने के लिए ऐसा कोई गांव नहीं था जहां पूरे रोड जाम हो गए सड़क जाम हो गए और अपनी व्यथा कथा सुनने के लिए आतुर थे इसे समझ में आता है चुनाव में जो परिया जीती है उसके पीछे बहुत बड़ा राज है गलत और तरीके से चुनाव प्रणाली के चलते ही ऐसी सरकार को जबरन ठोकने के पीछे कारण अब समझ में आ रहा है कहकर स्थानीय भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, तेलुगु जनता पार्टी, जनशक्ति, कई समाजसेवी संस्थाएं के पूर्व विधायक सांसद नेताओं द्वारा आज कई प्रेस नोट से सरकार की बिंदनी खबरों को भेजो और कहा कि जनता के हित में जनता के लिए जनता की सेवा के लिए बनी सरकार है सेवाओं से वंचित करना संवैधानिक ढंग से ठीक नहीं है जो सेवा अच्छे से अच्छा दे सकता है ज्यादा से ज्यादा जो दे सकता है उसे अमल करके रखना होगा वरना इस न्यायालय में भी जाने से हम नहीं चूकेंगे कहा वा यह बयान दिया।